भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा
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इतिहास इस बात का साक्षी है कि भारत में सदियों से महिलाएँ तिरस्कार, अपमान, उत्पीड़न एवं शोषण का शिकार हो रही हैं। महिलाओं की हत्या, बलात्कार, अपहरण एवं उत्पीड़न की घटनाएं दिनो-दिन बढ़ती जा रही हैं। हिंसा और महिलाओं का संबंध सदियों पुराना है। महिला, जो एक अगरबत्ती के समान जीवन में सुगंध फैलाती है वो आज हिंसा और शोषण के धुएँ में जलकर राख हो रही है। पुरूषों ने युगो-युगों से महिलाओं का शोषण किया है, कभी धर्म, कभी संस्कृति, कभी पत्नी होने, तो कभी महिला होने के नाम पर शोषित किया जाता है। महिलाएं कमोवेश हर समाज में हिंसा का शिकार रही हैं उनके रूपों में भिन्नता हो सकती है, लेकिन उस हिंसा को महिला सहती है जैसे- कन्या भू्रण हत्या, बालिका यौन शोषण, यौन उत्पीड़न, लैंगिक असमानता, कार्यस्थल पर यौन शोषण एवं घरेलू हिंसा आदि टाइम्स ऑफ इंडिया में 25 अगस्त 2023 को राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, भारत में हर बीस मिनट में महिलाओं से बलात्कार हो रहा है। महिलाओं के प्रति हिंसा में 2010 से अब तक 8.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बच्चों के यौन शोषण में पिछले दस वर्षों में 4.68 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। डॉ0 राधाकृष्णन ने लिखा है कि ‘‘शताब्दियों से चली आ रही परम्पराओं ने भारतीय नारी को विश्व की सर्वाधिक निःस्वार्थी सर्वाधिक आत्मत्यागी तथा सर्वाधिक धैर्यवान नारी बना दिया है, कष्ट उठाना ही जिसका आत्म-गौरव है।’’ जिस देश की नींव अहिंसा पर रखी गयी हो, वहां लिंग विभेद के आधार पर हिंसा या अपराध को अंजाम दिया जाए, यह शर्मसार करने वाली घटना है। किन्तु लगातार और अन्तहीन हिंसा के फलस्वरूप अर्द्धनारीश्वर समझे जाने वाली भारतीय महिलाओं को अर्द्धमानव भी नहीं समझा जाता। अपने विरूद्ध हो रही हिंसाओं के कारण ही महिलाओं ने दूसरे की बुरी नियति को खुद की नीयत मान लिया है। महिलाओं के विरूद्ध हो रही हिंसा को रोकने के लिए अब केन्द्र सरकार को गंभीर प्रयास (कठोर कदम) की आवश्यकता है। प्रस्तुत शोध पत्र ‘‘भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा’’ पूर्णतया प्राथमिक एवं द्वितीय आंकड़ों पर आधारित होगा।
"भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा", IJSDR - International Journal of Scientific Development and Research (www.IJSDR.org), ISSN:2455-2631, Vol.9, Issue 1, page no.319 - 327, January-2024, Available :https://ijsdr.org/papers/IJSDR2401046.pdf
Volume 9
Issue 1,
January-2024
Pages : 319 - 327
Paper Reg. ID: IJSDR_209865
Published Paper Id: IJSDR2401046
Downloads: 000347326
Research Area: Social Science and Humanities
Country: Meerut, Uttar Pradesh, India
ISSN: 2455-2631 | IMPACT FACTOR: 9.15 Calculated By Google Scholar | ESTD YEAR: 2016
An International Scholarly Open Access Journal, Peer-Reviewed, Refereed Journal Impact Factor 9.15 Calculate by Google Scholar and Semantic Scholar | AI-Powered Research Tool, Multidisciplinary, Monthly, Multilanguage Journal Indexing in All Major Database & Metadata, Citation Generator
Publisher: IJSDR(IJ Publication) Janvi Wave