INTERNATIONAL JOURNAL OF SCIENTIFIC DEVELOPMENT AND RESEARCH International Peer Reviewed & Refereed Journals, Open Access Journal ISSN Approved Journal No: 2455-2631 | Impact factor: 8.15 | ESTD Year: 2016
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भारत में सुशासन के मार्ग के रूप में आरटीआई अधिनियम की भूमिका
Authors Name:
AKHILESH KUMAR PANDEY
, Dr SURESH NAAGAR
Unique Id:
IJSDR2210076
Published In:
Volume 7 Issue 10, October-2022
Abstract:
सार- लोकतंत्र के लिए सुशासन एक पूर्वाकांक्षित आधार है। इस तरह के शासन में पारदर्शिता, जवाबदेही, कानून का शासन और लोगों की भागीदारी जैसे कुछ कारक शामिल होते हैं। हर लोकतांत्रिक देश में सुशासन और पारदर्शिता की जरूरत होती है और भारत एक लोकतांत्रिक देश है। इसलिए यह आवश्यक है कि भारत में भी नागरिकों को राजनीतिक प्रक्रिया में स्वतंत्र रूप से, खुले तौर पर और पूरी तरह से भाग लेने की अनुमति दी जाए। शासन से सुशासन में परिवर्तन तभी संभव है, जब शासन में लोगों की भागीदारी बढ़ाने और सूचना तक मुक्त पहुंच की संभावना हो। इस तथ्य को महसूस करते हुए, भारतीय संसद ने सरकार को जवाबदेह, जिम्मेदार, कुशल और पारदर्शी बनाने के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 पारित किया है। सूचना का अधिकार अधिनियम, न केवल सम्मान के साथ जीवन जीने की राजनीतिक स्वतंत्रता को स्वीकार करता है बल्कि वर्चस्व और भेदभाव से मुक्त भी है।
Keywords:
सुशासन, सूचना का अधिकार अधिनियम, भ्रष्टाचार, जवाबदेही, पारदर्शिता
Cite Article:
"भारत में सुशासन के मार्ग के रूप में आरटीआई अधिनियम की भूमिका", International Journal of Science & Engineering Development Research (www.ijsdr.org), ISSN:2455-2631, Vol.7, Issue 10, page no.438 - 442, October-2022, Available :http://www.ijsdr.org/papers/IJSDR2210076.pdf
Downloads:
000337070
Publication Details:
Published Paper ID: IJSDR2210076
Registration ID:202119
Published In: Volume 7 Issue 10, October-2022
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: 438 - 442
Publisher: IJSDR | www.ijsdr.org
ISSN Number: 2455-2631
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